
Manokamna Siddhi Ke Upay
हिन्दू धर्म बहुत ही प्राचीन है। हिंदू धर्म को मानने वाले, देवी देवताओ में श्रद्धा भाव और अटूट विश्वास रखते हैं, और कहा जाता है कि विश्वास में ही भगवान वास करते हैं।
हम सब नित्य पूजा पाठ करते हैं और यथारूप हमको इसका फल भी मिलता रहता है। परन्तु कुछ अवसर ऐसे आते हैं कि हम स्वयं को हताश महशूस करते हैं। बहुत प्रयास के बाद भी हमको आशा की किरण नहीं दिखती।
ऐसे में हमें, देवो के देव महादेव की शरण में जाना चाहिए। और संपूर्ण श्रद्धा भाव से सदकामना की इच्छा रखते हुए मनोकामना सिद्धि के उपाय करने चाहिए।
जिस प्रकार से एक बालक अपने माता-पिता से कोई हठ करता है, और माता-पिता की वो हठ पूर्ण करना होता है, उसी प्रकार से भगवान शिव से स्वयं की इच्छा जाहिर करने पर हम अवश्य ही मनोरथ पूर्ण करते हैं।
यहां आपको 2 उपाय सुझाए गए हैं। आप कोई भी 1 उपाय पालन कर सकते हैं। हमारा पूर्ण विश्वास है कि भगवान शिव आपकी मनोरथ को अवश्य ही पूर्ण करेंगे।
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उपाय संख्या 1-
अगर आपका कोई कार्य नहीं बन पा रहा है तो किसी भी सोमवार से यह उपाय करें-
चावल का 1 साबुत दाना ले, 1 बेलपत्र (खंडित न हो) और 1 लोटा जल लेकर शिव मंदिर जाएं।
पहले चावल का दाना, अपनी मनोकामना बोलते हुए, श्रद्धा भाव से शिवलिंग पर चढ़ाएं। फिर उसपर बेलपत्र ऐसे चढ़ाएं की डंडी वाला हिस्सा स्वयं की और हो। फिर उसपर भगवान चंद्रमौलि (भगवान शिव का एक नाम) का नाम लेते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। जल चढाते समय 7 या 11 बार “ॐ नमाय शिवाय” मंत्र का उच्चारण करें।
ऐसा नियमित 21 दिनों तक प्रतिदिन करें।
शिवलिंग पर चढ़े हुए जल (जो कि शिवलिंग से होते हुए नीचे गिर रहा होता है) को आचमन में लेकर अपने आंखों पर और माथे पर लगाये।
पूर्ण विश्वास से करें। प्रभु आपकी सद-कामना पूर्ण करेंगे।
उपाय संख्या 2-
अगर आपका किसी कार्य में मुश्किल आ रही है, और आपके बहुत प्रयास के बाद भी वह कार्य पूर्ण होना की संभावना आपको नजर नहीं आती, तो इस उपाय को करें-
Pashupatinath Vrat Vidhi
भगवान शिव का पशुपति व्रत 5 सोमवार करें। इस व्रत का वर्णन स्कंद-पुराण में मिलता है-
स्नान करके साफ सुथरे वस्त्र पहनकर, एक पूजा की थाली ले।
पूजा सामग्री- एक लोटा जल (गंगाजल मिला ले), फूल, रोली, चंदन, धूप, अक्षत आदि। पूजा सामग्री इतनी मात्रा में ले कि वही थाली का सामान सुबह की पूजा और शाम की पूजा में प्रयोग हो सके)
थाली तैयार करके प्रातः काल शिव मंदिर जाकार, शिव लिंग की पूजा कर, शिवलिंग पर जल चढ़ाये।
पूजा थाल की आधी सामग्री बचाकर घर ले आए।
फिर संध्या के समय 6 घी के दिए (बिना जले), आधी बची हुई सुबह पूजा वाली थाली और थोड़ी मिठाई लेकर शिव मंदिर जाएं।
यथावत शिवजी की पूजा अर्चना पूर्ण श्रद्धा भाव से करें, तथा 5 दिए जलाकर शिवजी के पास रख दें। मिठाई के 3 भाग कर ले। 2 भाग शिवजी पर चढ़ायें। पूजा के बाद बचा हुआ 1 दिया (बिना जला) और 1 भाग मिठाई पूजा की थाली में रख कर घर बापस ले आए।
घर में बिना घुसे, घर के मेन-गेट पर दिया जलाये (घर के सीधे हाथ पर और आपके उलटे हाथ पर)।
घर के अंदर सबसे पहले वो मिठाई ग्रहण करने के बाद ही साम को एक समय भोजन ग्रहण करें।
Pashupatinath Vrat Udyapan Vidhi
व्रत की उद्यापन विधि:-
पांचवां व्रत जब पूर्ण पर हो, तब उस दिन शाम को 108 चावल के दाने (खंडित ना हो), जटा वाला नारियल और 11 रुपए शिवजी पर रख कर आए और उनसे कार्य सिद्धि हेतु निवेदन करें। व्रत के दौरन हुई किसी भी गलती के लिए क्षमा मांगे।
प्रभु की कृपा से कार्य निश्चित रूप से सिद्ध होगा।
Very useful upay…🙏🙏